अजमेर(Ajmer News). मेयो लिंक रोड, संगम विहार कॉलोनी में वृद्ध बहनों को बंधक बनाकर लूट की वारदात अंजाम देने वाला एक नकाबपोश नहीं बल्कि तीन निकले। नकाबपोश के दो साथी बाहर पहरा दे रहे थे। नशे की लत को पूरा करने के लिए तीनों ने चाकू की नोंक पर लूट की वारदात को अंजाम दिया। अलवरगेट थाना पुलिस व विशेष टीम ने गुरूवार को आरोपियों को दबोच वारदात का खुलासा कर दिया। पुलिस को तीनों से कई वारदातें खुलने की संभावना है।
पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा के मुताबिक वृद्ध बहनों से लूट की वारदात के बाद सक्रिय अलवर गेट थाना व गठित विशेष टीम ने सीसीटीवी फुटेज के अभाव में लोकल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल करते हुए संदिग्ध अलवर गेट गुर्जर धरती निवासी लक्ष्मण उर्फ सोनू वाल्मीकि(32), धोलाभाटा आनन्दपुरी चांद हलवाई के पास निवासी विक्की उर्फ हथियार(25) व भुवनेश उर्फ कालू काेेली(30) को हिरासत में लेकर पड़ताल की। पुलिस पडताल में तीनों ने लूट की वारदात अंजाम देना कबूल किया। प्रारंभिक पड़ताल में आया कि विक्की उर्फ हथियार के खिलाफ अलवरगेट थाने में मारपीट का एक व भुवनेश उर्फ कालू के खिलाफ जुआ एक्ट में 2 प्रकरण दर्ज है। पुलिस को आरोपियों से चोरी की कई वारदातें खुलने की संभावना है।
नशे व महंगे शौक के लिए वारदात
एसपी वंदिता राणा ने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा एवं मामले की गम्भीरता को देखते हुए एएसपी शहर हिमांशु जांगिड़, सीओ साउथ ओमप्रकाश सरावग के निर्देशन में थानाप्रभारी श्याम सिंह व गठित टीम ने आरोपियों की तलाश शुरू की। घटनास्थल के आसपास पुलिस को कोई सीसीटीवी कैमरा और फुटेज नहीं मिले। तकनीकी साक्ष्य के अभाव में पुलिस की टीम ने लोकल इंटेलीजेन्स की सूचना पर लक्ष्मण उर्फ सोनू, विक्की उर्फ हथियार व भुवनेश को दबोचा। तीनों ने नशे और महंगे शौक पूरे करने के लिए वारदात अंजाम देना कबूला। आरोपियों ने पहले भी छोटी-छोटी चोरी की वारदातें अंजाम देना स्वीकार किया।
यह है मामला
गत 11 अक्टूबर रात साढ़े 9 बजे अलवर गेट थाने संगम विहार कॉलोनी निवासी मीरा कश्यप (84) ने रिपोर्ट दी कि रात में वह रसोई में काम कर रही थी। तब मकान के बाहर की तरफ खुलने वाली खिड़की के बाहर कुछ हलचल सुनाई दी। उसने एक युवक को बाहर गली में घूमते देखा। उसने पूछा कौन है…राजेन्द्र है। तो उसने हां बोला। हामी सुनकर उसने घर का दरवाजा खोल दिया। दरवाजा खुलते ही एक नकाबपोश व्यक्ति ने अचानक अन्दर दाखिल होते हुए उसको पकड़ लिया। युवक ने मुंह पर सफेद कपड़ा बांध रखा था। आरोपी ने घर में ही पड़े कपड़ों से उसका मुंह व हाथ पीछे से बांध दिए। उसके साथ उसकी बहन निर्मला भी रहती है। वह पूर्णरूप से विकलांग है। वह न चल सकती है, न बोल सकती है। फिर नकाबपोश अलमारी खोलकर 30 हजार रुपए की नकदी लेकर चला गया।
टीम में यह थे शामिल
अलवर गेट थाने के एएसआई शंकरलाल, सिपाही सुधीर, कुलदीप सिंह, भगतसिंह, सुनिल, पुलिस लाइन से एएसआई शंकर सिंह, हैडकांस्टेबल सीताराम, सिपाही रामनिवास, मुकेश, गजेन्द्र, सन्तराम, साइबर सेल से सुरेश, आजाद, सुरेन्द्र, मुकेश, रामकुमार व अजीत सिंह, मुकेश शामिल है।