जैसलमेर के ऐतिहासिक सोनार दुर्ग के शिव मार्ग से लगते क्षेत्र में पिछले दिनों भारी बरसात से क्षतिग्रस्त हुए बुर्ज और इसी हिस्से में आई किले की प्राचीर के जीर्णोद्धार का काम करवाने के लिए भारतीय पुरातत्व एवं सर्वेक्षण विभाग की ओर से कवायद की जा रही है। विभाग ने इन दोनों कार्यों के लिए 82 लाख 32 हजार 816 रुपए के टेंडर भी जारी किए हैं। संबंधित ठेकेदार को 4 माह में काम पूरा करना होगा। पुरातत्व विभाग की तरफ से शिव रोड चरण-2 के साथ पिचिंग दीवार के जीर्ण-शीर्ण भाग को संरक्षित करने के लिए यह कार्य करवाया जाएगा। गौरतलब है कि इस कार्य के तहत क्षतिग्रस्त बुर्ज को संरक्षित करने के साथ शिव मार्ग के इसी बुर्ज के निचले भाग व उससे लगते हिस्से की प्राचीर का कार्य करवाया जाएगा। शिव मार्ग पर ही उससे आगे पिछले दिनों पुरानी पड़ चुकी प्राचीर का कार्य विभाग ने गत महीनों में करवाया है। राजस्थान पत्रिका की ओर से शिव मार्ग से जुड़ी सोनार दुर्ग की प्राचीर के बड़े-बड़े पत्थरों के जगह छोडऩे और उसकी शोचनीय दशा को लेकर कई बार प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किए गए हैं।
बारिश से क्षतिग्रस्त हुआ था बुर्ज
इस बार मानसून के दौरान भारी बरसात होने से 868 साल प्राचीन जैसलमेर के विश्व विख्यात सोनार दुर्ग के बुर्ज की दीवार इसी साल 6 अगस्त को सुबह अचानक भरभरा कर गिर गई और बड़े-बड़े पत्थर व मलबा नीचे गिर गया। गनीमत यह रही कि इस वाकये में कोई जनहानि नहीं हुई। दीवार के गिरने का वाकया सुबह करीब 11 बजे हुआ। जब जोरदार आवाज के साथ बारिश के पानी में भीगी ऐतिहासिक दीवार के पत्थर व मलबा गिरने लगे। सोनार किले को पूर्व में आई मूसलाधार बरसातों के दौरान नुकसान पहुंचता रहा है। कई वर्ष पहले गोपा चौक क्षेत्र में परकोटे की दीवार भी बरसात के प्रहार से गिर गई थी।
मौजूदा स्थिति: यातायात व्यवस्था हो रही प्रभावित
जैसलमेर के शिव मार्ग से लगते सोनार दुर्ग के बुर्ज के क्षतिग्रस्त होने के बाद करीब ढाई माह से इस प्रमुख मार्ग में यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है। ऐतिहासिक दीवार गिरने के बाद से यहां पुलिस ने बैरिकेड लगाए थे। शुरूआत के दिनों में दोनों तरफ से आवाजाही को बंद करवाया गया था। बाद में आधा भाग बंद कर दोनों तरफ से यातायात को शुरू करवा दिया गया। वर्तमान में करीब 10 फीट सडक़ पर दोनों तरफ से वाहनों की आवाजाही होने से यहां प्राय: जाम की स्थिति बन जाती है। पर्यटन सीजन में देशी-विदेशी सैलानियों के आने-जाने का भी यह मुख्य मार्ग है। चार पहिया व तिपहिया वाहनों के विशेषकर शाम के समय वहां आ जाने से तो स्थितियां बहुत प्रतिकूल हो जाती हैं।
लम्बे समय से परेशानी
सोनार दुर्ग के बुर्ज की दीवार के ढहने के बाद से लम्बे अर्से से इस क्षेत्र में यातायात व्यवस्था चरमरा जाती है और अन्य लोगों के साथ हम स्थानीय जन भी बेहद परेशान हैं।
चंद्रशेखर थानवी, दुकानदार
यातायात व्यवस्था करवाएं सुचारू
पुलिस प्रशासन को शिव मार्ग के इस हिस्से में यातायात व्यवस्था को सुचारू करवाने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाने चाहिए। यह मुख्य रास्ता है।
रईस खां, स्थानीय निवासी