76 औद्योगिक इकाइयों ने किए 26 हजार करोड़ से ज्यादा के एमओयू, 15 हजार से ज्यादा को मिलेगा रोजगार

कभी उद्योगों से पूरी तरह से विहीन रहे मरुस्थलीय जैसलमेर जिले की बदलते समय में सूरत और सीरत पूरी तरह से बदलती प्रतीत हो रही है। बुधवार को जैसलमेर के सम मार्ग स्थित सितारा होटल में राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टर समिट-2024 के तहत जिला स्तरीय इन्वेस्टर मीट में 76 औद्योगिक इकाइयों के साथ 26 हजार करोड़ रुपए से अधिक राशि के एमओयू हुआ। ऐसे में उम्मीद जगने लगी है कि भविष्य का जैसलमेर एक उत्कृष्ट औद्योगिक क्षेत्र के रूप में भी पहचान हासिल करेगा। इन औद्योगिक इकाइयों से जिले में 15 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल सकेगा। इस समिट में जो एमओयू हुए हैं, उनमें ऊर्जा का क्षेत्र सर्वोपरि रूप से उभर कर सामने आया है। पवन और सौर ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में जैसलमेर जिला विगत कुछ वर्षों से प्रदेश में सिरमौर बना हुआ है। एक बार फिर इसकी बानगी देखने को मिली। जितने निवेश के एमओयू हुए, उनमें करीब 90 प्रतिशत ऊर्जा क्षेत्र में हुए हैं। इसके बाद पर्यटन का स्थान है। विगत दो दशक से देश-दुनिया के मुख्य पर्यटन स्थलों में शामिल जैसलमेर में इस क्षेत्र की संभावनाओं को देखते हुए 40 से ज्यादा इकाइयों की स्थापना के एमओयू किए गए हैं। जिनमें 2 प्रस्ताव तो 100-100 करोड़ रुपए के हैं।

20 हजार करोड़ का एकल निवेश

जिला स्तरीय समिट में सेरेनटिका रिनिएबल्स इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड ने सबसे ज्यादा ऊर्जा के क्षेत्र में 20 हजार करोड़ रुपए के निवेश का एमओयू किया है। जिसमें 3870 लोगों को रोजगार मिलेगा इसी तरह से ऊर्जा क्षेत्र में ही जेएसडब्ल्यू रिन्यू एनर्जी लिमिटेड ने 2947 करोड़ का एमओयू किया और बताया कि उनकी ओर से 3575 लोगों को रोजगार दिया जाएगा। सीजीई हाइब्रिड एनर्जी लिमिटेड ने 1500 करोड़ का एमओयू किया व 300 लोगों को रोजगार देने की बात कही। सीमेन्ट के क्षेत्र डिस्केन सीमेंट लिमिटेड ने 700 करोड़ का एमओयू किया है और 1500 लोगों को रोजगार दिए जाने की संभावना बताई। मल्टीमॉडल लॉजस्टिक पार्क के क्षेत्र में आरिया कन्टेनर लाइन प्रा. लिमि. ने 150 करोड़ का एमओयू किया है। जिसमें 600 लोगों को रोजगार मिलेगा। अन्य प्रमुख प्रोजेक्ट्स में होटल्स, रिसोट्र्स, कंस्ट्रक्शन, माइन्स एंड मिनरल्स, स्टोन, एग्रो प्रोसेसिंग, हैण्डीक्राफ्ट, आदि शामिल हैं।

सरकार दे रही प्रोत्साहन

समिट के मुख्य अतिथि जिले के प्रभारी मंत्री जोराराम कुमावत ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि राइजिंग राजस्थान के माध्यम से प्रदेश में निवेशकों को प्रोत्साहन दिए जाने से न केवल आर्थिक विकास होगा बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा खुद देश-विदेश में रोड शो कर निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश को सुगम बनाने के लिए सरकार नियमों का सरलीकरण कर रही है और निवेशकों से नियमित संवाद बनाए रखने पर जोर दे रही है। कुमावत के समक्ष इन्वेस्टरों ने एमओयू किए। इस दौरान जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी, पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी, जिला प्रमुख प्रतापसिंह सोलंकी, नगरपरिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला, जिला कलक्टर प्रताप सिंह, पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, समाजसेवी चंद्र प्रकाश शारदा भी मौजूद रहे। विधायक छोटूसिंह भाटी ने कहा कि जैसलमेर जिले की भौगोलिक स्थिति और इसकी औद्योगिक संभावनाएं जिले को निवेश के लिए एक आदर्श स्थान बनाती है। निवेशकों का स्वागत करते हुए कलक्टर प्रताप सिंह ने कहा कि जैसलमेर में निवेशकों को बेहतर सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे निवेश की प्रक्रिया सुगम होगी। जिला उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक संतोष ने जिले में उद्योगों की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। इस मौके पर जिले के हस्तशिल्प और कला पर आधारित उत्पादों की एक प्रदर्शनी भी लगाई गई। जिसका प्रभारी मंत्री समेत सभी अतिथियों ने अवलोकन किया और सराहना की। इस अवसर पर प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के साथ विभिन्न औद्योगिक संगठनों के पदाधिकारी, प्रतिनिधि आदि मौजूद थे।

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