टोंक जिले की चंदवाड़ ग्राम पंचायत के ठिकरियाकलां गांव में मंगलवार शाम आधा दर्जन लोगों को घायल करने वाले वन्यजीव से ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। ग्रामीणों के मुताबिक हमला करने वाला वन्यजीव बाघ था। इसी को लेकर ग्रामीणों ने डर का माहौल है। जबकि वन विभाग अब पगमार्क के आधार पर उसे तेंदुआ होने की संभावनाएं जता रहा है। वहीं उसे पकड़ने के लिए लगाया गया पिंजरा वन विभाग की टीम को बुधवार सुबह खाली मिला।
उच्चाधिकारियों के निर्देशन में वन विभाग टीम सर्च अभियान चलाकर उसको पिजंरे में कैद करने का प्रयास कर रही है। रेस्क्यू टीम ने गन्ने की फसल में छिपे होने की जानकारी पर मौके पर जीपीएस कैमरे लगाकर पिंजरा रख बकरा बांधा। लेकिन वह उसमें कैद नहीं हुआ।
इधर रेस्क्यू टीम को तेंदुए जैसे वन्यजीव के पगमार्क खेतों में दिखाई दिए हैं। इधर, ग्रामीणों ने बताया कि मंगलवार दोपहर बाद बाघ जैसे दिखने वाले वन्यजीव ने हमला कर खेत पर कार्य कर रही प्रियंका गुर्जरए मुकेश पुरी, मनभर बैरवा, हेमराज व अन्य को घायल कर दिया था। परिजन घायलों को दूनी अस्पताल लेकर आए। लेकिन हालत गंभीर होने पर चिकित्सक सुरेश मीणा ने बालिका प्रियंका को टोंक रेफर कर दिया।
टीम कर रही है प्रयास
देवली क्षेत्रीय वन अधिकारी प्रथम ममता जांगिड़ ने बताया कि गांव में विभाग की रेस्क्यू टीम डेरा डाल लगातार जीपीएस कैमरे सहित अन्य तकनीक से सर्च अभियान कर जानवर को पकड़ने का प्रयास कर रही है। खेतों में मिले पगमार्क आधार पर संभावित तेंदुआ (लेपर्ड) है।