25000 करोड़ से अधिक राशि के निवेश से मिलेगा 15000 लोगों को रोजगार

राइजिंग राजस्थान इन्वेस्ट समिट कार्यक्रम के तहत जैसलमेर में बुधवार को एक दिवसीस इन्वेस्टर मीट प्रात: 10 बजे सम मार्ग स्थित एक होटल में आयोजित किया जाएगा। इस दौरान जिले के प्रभारी मंत्री जोराराम कुमावत की मौजूदगी में जिले में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए एमओयू किए जाएंगे। ऐसे में हजारों करोड़ के निवेश से जिले में प्रगति के नए प्रतिमान स्थापित होगें। जिला कलक्टर प्रतापसिंह ने बताया कि इन्वेस्टर मीट के लिए जिला स्तर पर सभी प्रशासनिक तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। उन्होंने बताया कि इन्वेस्ट समिट राइजिंग राजस्थान को लेकर निवेशकों में भारी उत्साह देखा जा रहा है, जिसका परिणाम है कि ऊर्जा, माइनिंग, पर्यटन एमएसएमई लॉजिस्टिक आदि क्षेत्रों में भारी निवेश के प्रस्ताव जिले में प्राप्त हो रहे है। न केवल राजस्थान बल्कि दिल्ली, छतीसगढ़ तथा गुजरात आदि राज्यों से भी निवेशक निवेश के लिए उत्साह दिखा रहे है। जिला कलक्टर ने बताया कि कार्यक्रम स्थल पर इस दौरान जिले के हस्तशिल्प एवं विशिष्ट उत्पादों पर आधारित एक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इसमें दस से अधिक स्टालों पर जिले के उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा।

अब तक 76 एमओयू प्राप्त

जिला उद्योग एवं वाणिज्यक केन्द्र की महाप्रबंधक संतोष ने बताया कि जिले में अब तक कुल 76 एमओयू प्रस्ताव प्राप्त हो चुके है, जिनसे जिले में कुल निवेश 25, 940 करोड़ प्राप्त होगा तथा 15, 310 लोगों को रोजगार प्राप्त हो सकेगा। उन्होंने बताया कि जैसलमेर का पीला पत्थर न केवल स्थानीय व्यापारियों और कारीगरों के लिए रोजगार के अवसर पैदा कर रहा है, बल्कि इसकी बढ़ती मांग राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निवेशकों का ध्यान आकर्षित कर रहा है। महाप्रबंधक के अनुसार इसके निर्यात और वैश्विक बाजार में बढ़ती मांग ने निवेशकों को जैसलमेर में इस क्षेत्र में निवेश के लिये प्रोत्साहित किया है। उन्होंने बताया कि सरकार की एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत यह उद्योग जिले के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने निवेशकों को इस क्षेत्र में उपलब्ध अनुकूल वातावरण और सरकारी सहयोग का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही राइजिंग राजस्थान पहल के तहत जैसलमेर के विभिन्न अन्य क्षेत्रों में भी निवेश को बढ़ावा देने के प्रयास जारी हैं, जिसमें पर्यटनए हस्तशिल्प और कृषि आधारित उद्योग शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मोहनगढ़ बेल्ट में इगांनप इंदिरा गांधी नहर के कारण जीरा, मूंगफली इसबगोल और चना की व्यापाक पैदावार होने के कारण एग्रो प्रोसेसिंग उद्योग की व्यापक संम्भावनाएं है तथा जीरा मंडी जैसलमेर में आने के कारण जीरा प्रोसेसिंग उद्योग की संभावनाएं बनी है।
फोटो लगाएं-

Leave a Comment