जोधपुर.
बासनी थानान्तर्गत सांगरिया फांटा के पास गोलियों से भूनकर एक युवक की हत्या करने के लिए अत्याधुनिक स्वचालित .32 कैलिबर पिस्तौल काम ली गई थी। शूटर ने इसी से मात्र तीन सैकण्ड में छह गोलियां चलाकर हत्या की थी। फिलहाल शूटर सहित तीन आरोपी पंजाब के मोहाली में पुलिस की गिरफ्त में है।
पुलिस के अनुसार प्रकरण में गिरफ्तार मुख्य साजिशकर्ता मूलत: खेड़ी गांव हाल महादेव नगर निवासी जितेन्द्र लेगा पुत्र पप्पाराम बिश्नोई को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे दो दिन के रिमाण्ड पर भेजने के आदेश दिए गए। आरोपी से हत्याकाण्ड में शामिल अन्य लोगों की भूमिका के बारे में पूछताछ की जा रही है।
उधर, गत आठ अक्टूबर को सांगरिया फांटा के पास खेड़ी गांव निवासी सुभाष बिश्नोई की हत्या करने के बाद शूटर मोहम्मद आसिफ व अनिल व हथियार सप्लायर भानू सिसोदिया फरार हो गए थे। तीनों आरोपी बस से पंजाब के मोहाली पहुंचे थे, जहां डेरा बस्सी में पंजाब की एटीजीएफ व स्थानीय पुलिस ने पाली में ट्रांसपोर्ट नगर थानान्तर्गतइन्द्रा कॉलोनी निवासी मोहम्मद आसिफ व भानू सिसोदिया और बालोतरा जिले में पटाऊ कला के माधाणियों की ढाणी निवासी अनिल गोदारा को गिरफ्तार किया था। इन तीनों के पास एक .32 कैलिबर पिस्तौल व एक अन्य पिस्तौल के साथ ही आठ जिंदा कारतूस जब्त किए गए थे। इनके साथ पंजाब के नवजोतसिंहजोटा को भी गिरफ्तार किया गया था।
पूछताछ के लिए जोधपुर लाएंगे
पंजाब पुलिस का मानना है कि नवजोतसिंह जोटा अमरीका व फ्रांस में बैठे गिरोह सरगना ने जमानत पर जेल से बाहर आए विरोधी गैंग के एक गैंगस्टर की हत्या करने का टास्क दिया था। इसके लिए पाली निवासी मोहम्मद आसिफ व भानू सिसोदिया व पटाऊ कला निवासी अनिल गोदारा आधुनिक हथियार सप्लाई करने मोहाली पहुंचे थे, लेकिन पुलिस के हत्थे चढ़ गए। इन आरोपियों को पूछताछ व जांच के बाद जेल भेजने पर बासनी थाना पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर मोहाली जेल से गिरफ्तार कर जोधपुर लाएगी। तब सुभाष की हत्या के और राज सामने आ सकते हैं।