मावली(उदयपुर). तारक मेहता का उल्टा चश्मा फेम और कवि शैलेष लोढ़ा बचपन की यादें ताजा करने शुक्रवार रात 3 बजे मावली पहुंचे। इसे लेकर शनिवार को उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया।
बता दें, शैलेष लोढ़ा राजस्थान के मूल निवासी होने के साथ ही उनका बचपन उदयपुर के मावली कस्बे में बीता है। वे शुक्रवार रात फतहनगर में आयोजित कवि सम्मेलन में प्रस्तुति देने पहुंचे थे। आयोजन के बाद वे रात करीब 3 बजे मावली पहुंचे। वजह ये थी कि वे बचपन की यादें ताजा करना चाहते थे। वे 45 साल पहले मावली में माता-पिता के साथ किराए के मकान में रहते थे। उन्होंने उसी मकान और मोहल्ले की गलियों में पहुंचकर यादें ताजा की। इस दौरान बनाए वीडियो में उन्होंने उसी घर के बाहर पहुंचकर गांव का परिचय दिया। कहा कि यह वही मकान है, जहां 45 साल पहले मम्मी-पापा के साथ किराए पर रहा करता था। वे बचपन की याद से जुड़ी इस जगह को दुबारा देखना चाहता थे। बोले कि इस गांव में छठीं क्लास पास की। इस घर में गोबर लीपा आंगन था। एक छोटी सी रसोई और एक ही कमरा, जिसमें रहते थे। हांडी में मां दाल बनाया करती थी। उसका स्वाद आज भी जुबां पर है। यह घर और गलियां ज्यों की त्यों है और ऐसी ही यादें व स्मृतियां है। फिर यादों को ताजा कर रहा हूं।