उपकारागृह में विचाराधीन बंदी ने की आत्महत्या

-एनडीपीएस एक्ट मामले में सदर पुलिस ने किया था गिरफ्तार, गत वर्ष 30 मई से बंद था उपकारागृह में

सूरतगढ़.उपकारागृह में एनडीपीएस एक्ट मामले में बंद विचाराधीन बंदी ने शुक्रवार अलसुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस संबंध में न्यायिक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सिटी पुलिस ने शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंपा। पुलिस ने उपकारापाल नरेश कुमार शुक्ला की रिपोर्ट पर मर्ग दर्ज की है। जानकारी के अनुसार उपकारागृह में बैरिक नम्बर एक में 30 मई 2023 से एनडीपीएस एक्ट मामले में बंद विचाराधीन बंदी भगवानगढ़ निवासी नसीब सिंह(30) पुत्र शोभा सिंह ने शुक्रवार अलसुबह 4.50 बजे कपड़े का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर नर्सिग ऑफिसर धर्मपाल व अन्य कर्मी उसे ट्रोमा सेंटर लेकर आए। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव को सीएचसी की मोर्चरी में रखा। वही, उपकारापाल नरेश कुमार शुक्ला ने इस संबंध में जिला जेल अधीक्षक डॉ.अभिषेक शर्मा को सूूचना दी। इसके बाद जेल अधीक्षक उपकारागृह पहुंचे तथा घटना स्थल का निरीक्षण कर स्टाफ व बंदियों से घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली। वही, इस प्रकरण की न्यायिक जांच न्यायिक मजिस्ट्रेट कर रही है। उन्होंने भी उपकारागृह का निरीक्षण किया। सीएचसी में मोर्चरी में रखे शव का निरीक्षण किया। इस दौरान सिटी थानाधिकारी दलीप सिंह, सदर थानाधिकारी कृष्ण कुमार आदि मौजूद रहे। इस मामले में मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया। डॉ.दीपेश सोनी,डॉ.जेपी मील व अमृतलाल की टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया। इसके बाद शव परिजनों को सौंपा गया। सिटी पुलिस ने उपकारापाल नरेश कुमार शुक्ला की रिपोर्ट पर मर्ग दर्ज की है। वही, दोपहर बाद श्रीगंगानगर से आई फोरेंसी टीम ने उपकारागृह में घटनास्थल की जांच व नमूने लिए।

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1030 नशीली गोलियों सहित हुआ था गिरफ्तार

सदर थानाधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि 27 मई 2023 को सदर थाना के तत्कालीन थानाधिकारी सुभाष बरोला ने भगवानगढ़ निवासी नसीब सिंह को 1030 नशीली गोलियों सहित गिरफ्तार किया। इसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज हुआ था। उसे 30 मई 2023 को उपकारागृह भेज दिया गया था।

105 बंदियों की क्षमता,130 विचाराधीन बंदी बंद

सूरतगढ़ उपकारागृह में 105 बंदियों को रखने की क्षमता है, लेकिन वर्तमान में करीब130 विचाराधीन बंदी बंद है। क्षमता से अधिक बंदियों के होने से उपकारागृह प्रशासन को आए दिन परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सबसे खास बात यह है कि उपकारागृह में सुरक्षा की दृष्टि से तीस सीसीटीवी कैमरे लगाने की आवश्यकता है। इसके लिए उपकारागृह प्रशासन की ओर से प्रस्ताव बनाकर जयपुर मुख्यालय भी भेजा जा चुका है। इसके बावजूद अभी तक सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे। इस वजह से उपकारागृह के अंदर व बाहर पैनीनजर रखने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

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बंदियों को स्थानांतरण होने से होगी समस्या का समाधान

उपकारागृह में क्षमता से अधिक विचाराधीन बंदियों के होने से आए दिन समस्या हो रही है। 130 में से अस्सी विचाराधीन बंदी एनडीपीएस एक्ट मामले में है। वही, उपकारागृह के अंदर मोबाइल व सिम बरामद हो रहे हैं। गत दिनों उपकारागृह के बाहर से अज्ञात व्यक्ति ने एक पैकेट फेंका। इसमें एक मोबाइल, जर्दा आदि सामान बरामद हुआ। इस संबंध में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ उपकारागृह प्रशासन की ओर से सिटी पुलिस थाना में मुकदमा भी दर्ज हुआ था।

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