हरियाणा में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलने से शेखावाटी वालों को फिर से यमुना का पानी मिलने की उम्मीद बंधी है। शेखावाटी के लोग अब उम्मीद कर रहे हैं कि हरियाणा में भाजपा की सरकार बनने के बाद एमओयू पर धरातल पर कार्य जल्द शुरू होगा। क्याेंकि केंद्र, राजस्थान और हरियाणा में अब भाजपा की सरकार होगी। ऐसे में इस कार्य में कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए। लेकिन चुनाव होने के बाद हरियाणा में कांग्रेस का चुनाव घोषणा पत्र शेखावाटी के चूरू, झुंझुनूं, सीकर व नीमकाथाना सहित पूरे राजस्थान के अनेक जिलों में तेजी से वायरल हो रहा है।
शेखावाटी को मिलना है हिस्से का पानी
ताजेवाला हैड से शेखावाटी को समझौते के अनुसार उसके हिस्से का पानी मिलेगा। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, तत्कालीन केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की मौजूदगी में 17 फरवरी 2024 नई दिल्ली में एक त्रिपक्षीय एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए थे। केन्द्र सरकार, हरियाणा सरकार और राजस्थान सरकार के बीच हुए इस एमओयू के तहत ताजेवाला से प्रवाह प्रणाली के क्रम में डीपीआर बनाने पर सहमति बनी।
फैक्ट फाइल:
17 फरवरी 2024 को यमुना जल को लेकर हरियाणा, राजस्थान और केंद्र सरकार में एमओयू हुआ।
4 जिलों (चूरू, सीकर, नीमकाथाना व झुंझुनूं) को मिलेगा पेयजल
3 से 4 वाटर रिजर्वेयर बनेंगे झुंझुनूं जिले में
70 हजार हैक्टेयर भूमि सिंचित हो सकती है दूसरे चरण में
263 किमी लंबाई है ताजेवाला हैडवर्क्स(हथिनीकुंडबैराज) से हांसियावास (राजगढ़), जहां से राजस्थान में जल प्रवेश करता है
19136 करोड़ की संभावित लागत है प्रथम चरण की
यह है वायरल होने का कारण
कांग्रेस ने हरियाणा के चुनाव के लिए जारी अपने चुनावी घोषणा पत्र के सिंचाई के बिंदू संख्या पांच पर लिखा था कि यमुना नदी का पानी राजस्थान को दिए जाने संबंधी जो समझौता किया गया है, उसे निरस्त किया जाएगा। एक्सपर्ट का कहना है यदि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनती तो वह अपने वादे व चुनाव घोषणा पत्र पूरा करती । ऐसे में शेखावाटी के लोगों को पानी मुश्किल ही मिलता।
राजस्थान के हितों का ध्यान रखा
17 फरवरी 2024 को जो एमओयू हुआ था, उसमे स्पष्ट लिखा था कि अगले चार महीने में डीपीआर बना दी जाएगी। अब अक्टूबर माह चल रहा है, धरातल पर कोई कार्य नहीं हुआ। भाजपा सरकार कागजों से बाहर नहीं आ रही। धरातल पर जनता को काम दिखना चाहिए। हरियाणा कांग्रेस द्वारा घोषणापत्र में फ़रवरी 2024 में जो एमओयू किया गया उसे निरस्त करने की बात लिखी गई , उसके संबंध में राजस्थान के हितों पर कुठाराघात संबंधी आपत्ति पार्टी स्तर पर दर्ज करवा दी गई थी ।
–यशवर्धन सिंह शेखावत, प्रदेश प्रवक्ता कांग्रेस
कांग्रेस किसानों की विरोधी
हरियाणा में कांग्रेस के चुनाव घोषणा पत्र में लिखा था कि यदि उनकी पार्टी की सरकार आई तो यमुना जल समझौते को निरस्त किया जाएगा। कांग्रेस के नेताओं ने सभाओं में इसका प्रचार भी किया। अब झुंझुनूं की जनता चुनाव में कांग्रेस को सबक सिखाएगी। कांग्रेस ने केवल नहर के नाम पर वोट लिए। अब तीनों जगह भाजपा की सरकार आ गई है। जो एमओयू हुआ है, उसके अनुसार शेखावाटी के चूरू, झुंझुनूं, सीकर व नीमकाथाना को यमुना का पानी मिलेगा। जल्द ही धरातल पर भी कार्य शुरू होगा।
अविनाश गहलोत, प्रभारी मंत्री झुंझुनूं