Rajasthan Education Department: चित्तौड़गढ़। शिक्षा विभाग ने मौजूदा शिक्षा सत्र 2024-25 में जिला स्तर पर होने वाली परीक्षा व्यवस्था में बदलाव किया है। निदेशालय स्तर पर अब 9 वीं से लेकर 12वीं तक की अर्द्धवार्षिक तथा 9 वीं से 11वीं तक की वार्षिक परीक्षाओं का आयोजन राज्य स्तर पर करवाने का निर्णय किया गया है। प्रदेश के राजकीय एवं निजी विद्यालयों में अर्द्धवार्षिक व वार्षिक परीक्षाओं के प्रश्न-पत्र प्रदेश स्तर पर एक समान होंगे।
इसके सफल संचालन के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से राज्य स्तरीय समान परीक्षा समिति का गठन किया जाएगा। यह समिति राज्य स्तर पर परीक्षा का संचालन करेगी। गौरतलब है कि अब तक बोर्ड के अलावा अन्य परीक्षाएं जिला स्तर पर ही होती हैं। इनके प्रश्न-पत्र जिला स्तर पर तैयार होने के साथ ही जिले में इनका मुद्रण होता था। इसके बाद प्रश्न-पत्र जिला मुख्यालय से सीबीईओ और वहां से पीईईओ के माध्यम से संबंधित स्कूलों को भेजे जाते थे।
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समान परीक्षा नोडल का होगा चयन
राज्य स्तरीय समिति की ओर से समान परीक्षा नोडल का चयन भी किया जाएगा। चयनित नोडल समिति में स्कूल शिक्षा के संयुक्त निदेशक के अतिरिक्त शेष संभागों में एक संभाग के संयुक्त निदेशक को शामिल किया जाएगा। यह चयन अधिकतम दो वर्ष के लिए होगा।
मौजूदा समय में ये भी कार्य जिला समान परीक्षा योजना की ओर से संचालित किए जाते थे। अब जिला समान परीक्षा योजना की ओर से परीक्षा शुल्क का संग्रहण तथा प्रश्न पत्रों का वितरण कार्य ही होगा। परीक्षा व्यवस्था में बदलाव का परिपत्र जिला शिक्षा अधिकारियों को भिजवाया जा चुका है। इससे परीक्षा परिणाम की गुणवत्ता में और अधिक सुधार होगा और पेपर के पैटर्न अच्छे स्तर पर तैयार हो सकेंगे।
शिक्षा निदेशालय छपवाएगा प्रश्न पत्र
नई व्यवस्था के तहत राज्य स्तरीय समिति की ओर से राज्य स्तर पर ही प्रश्न-पत्रों का मुद्रण करवाया जाएगा। राज्य स्तरीय समान परीक्षा के लिए प्रति विद्यार्थी शुल्क की दर भी निदेशालय स्तर से तय होगी। यह शुल्क जिला स्तर से संग्रहित करवाकर निदेशालय को भेजा जाएगा।
जिला समान परीक्षा संयोजक की ओर से राज्य स्तर पर तय दर से शुल्क एकत्रित कर जिला स्तर पर प्रश्न-पत्र वितरण राशि की कटौती कर शेष राज्य स्तरीय समान परीक्षा नोडल को भेजी जाएगी। अब तक लोकल परीक्षाओं के पर्चे जिलों में ही मुद्रण एवं वितरण होते थे।
एक्सपर्ट व्यू
परीक्षा व्यवस्था में बदलाव का परिपत्र मिला है। इससे परीक्षा परिणाम की गुणवत्ता में और अधिक सुधार होगा। वहीं, प्रश्न पत्र भी अच्छे स्तर पर तैयार हो सकेंगे।
– प्रमोद कुमार दशोरा, सीडीईओ, चित्तौड़गढ़
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