जयपुर। शहर की सफाई व्यवस्था का आकस्मिक निरीक्षण करने के लिए सोमवार को स्वायत्त शासन विभाग सचिव राजेश यादव के अलावा 11 अधिकारी टीम के साथ शहर में घूमे। हैरानी की बात यह है कि स्वायत्त शासन विभाग ने आकस्मिक निरीक्षण का आदेश चार अक्टूबर को निकाला था। सात अक्टूबर तक नगर निगम के अधिकारियों पर आदेश का कोई फर्क नहीं पड़ा। तभी तो सांगानेर जोन में निरीक्षण के दौरान राजेश यादव ने सफाई व्यवस्था देख नाराजगी जाहिर की। एक सफाईकर्मी से बातचीत करते हुए कहा कि सफाई ज्यादा अच्छी तो है नहीं, काम करो। इसके बाद ग्रेटर नगर निगम के अधिकारी उन्हें वार्ड 75 और 81 में लेकर गए। उन्होंने इन दोनों वार्ड की तरह अन्य वार्डों में काम करने के लिए कहा।
खास बात यह है कि इन दोनों वार्ड में पार्षदों ने निगम के साथ-साथ जन सहयोग से कचरा पात्र से लेकर युवाओं की टोलियां बनाई हैं।
हैरिटेज निगम का भी बुरा हाल
इसके बाद स्वायत्त शासन सचिव हैरिटेज निगम सीमा क्षेत्र में पहुंचे। उनकी फटकार के बाद हैरिटेज निगम की मशीनरी सक्रिय हुई और जलमहल की पाल से अतिक्रमण हटाया। 10 ट्रक सामान जब्त कर किया और 18 हजार रुपए का चालान वसूल किया।
इनकी रिपोर्ट करनी है तैयार
-सफाई व्यवस्था
-सीवरेज व्यवस्था
-सडक़ों की स्थिति
-सार्वजनिक विकास व्यवस्था
-उद्यानों की स्थिति
-होर्डिंग, यूनिपोल और विज्ञापन साइट
-निगम सम्पत्तियों का रखरखाव
-आवारा पशुओं के संबंध में
Special
पशु प्रबंधन शाखा ने मानसरोवर क्षेत्र में कार्रवाई की। पहले दिन 90 गायों को पकडकऱ गोशाला भेजा। कार्रवाई के दौरान कई गोपालकों ने गायों को गलियों में खदेड़ दिया। ताकि, निगम की टीम उनको पकड़ न सके।
पशु प्रबंधन शाखा उपायुक्त रजनी माधीवाल ने बताया कि कार्रवाई नियमित रूप से की जाएगी।