‘फोन करके पत्नी से कहा था 10 तारीख को आ रहा हूं, उसी दिन गृह प्रवेश भी करेंगे’

मुकुंदगढ़ (झुंझुनूं)। शुक्रवार को पत्नी को फोन करके कहा कि 10 अक्टूबर को अपने नए मकानों का गृह प्रवेश का मुहूर्त है इसलिए तैयारियां कर लेना और मेरी मोटरसाइकिल भी ठीक करवाकर रखना। मैं जल्द घर आ रहा हूं। रविवार को सुबह घर तो पहुंचा लेकिन तिरंगे में लिपटकर। कुछ ऐसा ही दृश्य रविवार को नवलगढ़ उपखंड के नाहरसिंघानी गांव के पूनियां नगर में सेना में कार्यरत राजवीर सिंह पूनियां पुत्र मदन सिंह पूनियां के घर देखने को मिला।

सेना के 22 ऑर्डिनेंस डिपो सांबा जम्मू में कार्यरत नायक राजवीर सिंह पूनियां के पार्थिव देह रविवार सुबह सेना की गाड़ी से उनके घर पहुंचे तो परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। गाड़ी के साथ आए सैन्य अधिकारियों ने बताया कि उनकी तबीयत बिगडऩे पर अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। सूचना मिलते ही आस-पड़ोस के कई लोग इकट्ठे हो गए।

नवलगढ़ विधायक विक्रम सिंह जाखल, पूर्व सैनिक कल्याण समिति नवलगढ़ के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट रामलाल सांखणिया, जिला सैनिक कल्याण बोर्ड से सूबेदार शोकत अली, नवलगढ़ डीवाईएसपी मनोज गुप्ता, मुकुंदगढ़ नायब तहसीलदार सीताराम कुमावत, मुकुदंगढ़ थानाधिकारी अभिलाषा सहित अन्य जनप्रतिनिधि सैनिक के परिवार को ढाढ़स बंधाने पहुंचे।

दोपहर को सेना की गाड़ी में राजवीर सिंह की पार्थिव देह नाहरसिंघानी पूनियां नगर के मुक्तिधाम में लाई गई। जहां सेना के जवानों ने राजवीर सिंह के 7 वर्षीय पुत्र हार्दिक को तिरंगा सौंपा। सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। राजवीर सिंह के पुत्र हार्दिक ने पिता को मुखाग्नि दी। कुछ देर बाद शहीद राजवीर सिंह अमर रहे के नारों के साथ उनकी देह पंचतत्व में विलीन हो गई।

सैनिक की देह परनवलगढ़ विधायक विक्रम सिंह जाखल, पूर्व सैनिक कल्याण समिति नवलगढ़ के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट रामलाल सांखणिया, जिला सैनिक कल्याण बोर्ड से सूबेदार शोकत अली, पबाना सरपंच विजेंद्र डोटासरा, नवलगढ़ डीवाईएसपी मनोज गुप्ता, मुकुंदगढ़ नायब तहसीलदार सीताराम कुमावत, मुकुदंगढ़ थानाधिकारी अभिलाषा, सहित अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारियों ने पुष्प चक्र अर्पित किए।

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