जिम्मेदारों के अकर्मण्य कार्य का नतीजा भुगत रहे छह हजार लोग

-आखिरी कब गंदगी और जलभराव से निजात मिलेगी गोविंद वाटिका क्षेत्र के लोगों को

धौलपुर. अपने हक के लिए आवाज उठाना कतई गलत नहीं माना जाता है। लेकिन उठती आवाज का दबाना और लोगों को परेशानियों के फंवर में फंसाना इंसानियत के नाम पर कतई स्वीकार्य नहीं है। राजाखेड़ा बाईपास स्थित आधा दर्जन कालोनीवासी नगर परिषद के झूठे आश्वासन और अधिकारियों के अकर्मण्य कार्य के चलते नित रोज नई परेशानियों का सामना कर रहे हैं। आलम यह है कि विरोध प्रदर्शन, जाम, ज्ञापन और आयुक्त के आश्वासन के बाद भी आज भी यह लोग नरकीय माहौल में जीने को मजबूर हैं। लेकन नगर परिषद के अधिकारी ठीठ बने बैठे हैं।

राजाखेड़ा बाईपास स्थित आधा दर्ज कालोनीवासी पिछले कई महीनों से गंदगी और जलभराव की समस्या से पीडि़त हैं। जिसको दूर करने नगर परिषद के कई चक्कर काटे, जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन उनकी समस्या को हल करने वाला तो दूर उनकी फरियाद तक को नहीं सुना जा रहा। आज इन कालोनियों की हालत ऐसी है कि कोई पैदल भी इन गलियों से नहीं निकल सकता। सडक़ों पर पहले से ही हो रहे जलभराव के ऊपर नगर परिषद के कर्मचारियों ने अतिक्रमण हटाने के नाम पर सडक़ों तक को खोद डाला और मलबा वहीं छोड़ दिया। जिससे यह सडक़ें दलदल के रूप में दिखाई देती हैं।

घरों में बैठ रहा पानी

पिछले कई दिनों से जलभराव से जूझ रहे गोविंद वाटिका क्षेत्र के लोगों की परेशानियां कम होने के बजाय बढ़ती जा रही हैं। जलभराव के कारण अब गंदा पानी रहवासियों के मकानों में बैठने लगा है। जिससे कई घरों में सीडऩ तक आ गई है। लोगों का कहना है कि बड़े मशक्कत के चलते तो घर बनाए जाते हैं लेकिन नगर परिषद की कार्यशैली के कारण आज हमारे घरों पर ही संकट मंडराने लगा है। नालों का गंदा पानी हमारे मकानों में बैठ रहा है।

आवाज उठाने के बदले दिया नोटिस

नगर परिषद के बदले की कार्रवाई शहर में देखने को मिल रही है। जहां राजाखेड़ा बाईपास स्थित एक मैरिज होम के संचालक को अपने हक की आवाज उठाने पर नोटिस थमा दिया गया। तो वहीं जगदीश तिराहा स्थित एक दुकानदार के जुर्माना न भरने पर उसके दुकान के सामने कचरा पटक दिया गया। मैरिज होम संचालक का कहना था कि उन्होंंने क्षेत्र में फैल रही गंदगी और जलभराव को लेकर नगर परिषद के खिलाफ आवाज बुलंद की तो उसके अगले दिन ही मुझे नोटिस थमा दिया गया।

क्षेत्र में 20 से 25 लोग डेंगू से हुए पीडि़त

गोविंद वाटिका क्षेत्र के लोगों का कहना है कि इस इलाके में आधा दर्जन कालोनी हैं। इन कालोनियों में 5 से 6 हजार लोग निवास करते हैं। इन क्षेत्रों मेंं गंदगी और जलभराव की भयावह स्थिति का आकलन इस बात से लगाया जा सकता है कि क्षेत्र में अभी तक 20 से 25 लोग डेंगू से पीडि़त हो चुके हैं तो कई मलेरिया के चपेट में हैं। जलभराव में मच्छर पनप रहे हैं और बीमारियां फैला रहे हैं।

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