कॉल सेंटर के नाम पर करते थे ऐसा काम, पुलिस ने पकड़ा तो हुए चौंकाने वाले खुलासे, सितंबर में ठगे 1 करोड़ रुपए

Rajasthan Crime News: राजधानी में आधार कार्ड और पेन कार्ड बनवाने की फर्जी एजेंसी तथा ई-मित्र की एजेंसी देने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरोह सितंबर में 400 लोगों से करीब एक करोड़ रुपए की ठगी कर चुका है। किसी ग्राहक को आधार और पेन कार्ड बनाने की एजेंसी तो किसी को सारी सुविधाएं (ई-मित्र एजेंसी) उपलब्ध करवाने के नाम पर एक से तीन लाख रुपए तक वसूले गए थे। एजेंसी लेने वालों के पास लोग अपना आधार और पेन कार्ड बनवाने आते। सॉफ़्टवेयर में आवेदन तो किया जाता, लेकिन सरकार से अनुबंध नहीं होने पर लोगों के आधार और पेन कार्ड बनकर नहीं आते और आवेदन लंबित ही दिखाते। सरगना ने मानसरोवर स्थित एक कंपनी से ठगी के लिए यह सॉफ़्टवेयर बनवाया था।

डीसीपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि ओटीएस निवासी सरगना प्रमोद कुमार मीणा, मुहाना निवासी अम्रितम कुमार सिंह, मूलतः झुंझुनूं हाल दुर्गापुरा स्थित शांति नगर कॉलोनी निवासी योगेश जांगिड़, मूलतः झुंझुनूं हाल मालवीय नगर स्थित राजपूत कॉलोनी निवासी शुभम सामरिया, मूलतः भरतपुर हाल महेश नगर स्थित महावीर नगर निवासी राहुल सिंह, मूलतः गंगापुर सिटी हाल सांगानेर स्थित रामपुरा रोड निवासी सौरभ शर्मा, मूलतः भरतपुर हाल रामपुरा रोड निवासी सीताराम जाट, और मूलतः दौसा के रामगढ़ पचवारा हाल झालाना डूंगरी स्थित दयानंद नगर निवासी रोहित मुराडिया को गिरफ्तार किया गया है। मालवीय नगर एसीपी आदित्य पूनियां को गिरोह के संबंध में सूचना मिली। इसके बाद टीम ने गिरोह की जानकारी जुटाकर कार्रवाई की। आरोपी सरगना प्रमोद के पिता ओटीएस में कर्मचारी हैं और वह पिता के साथ ओटीएस में ही रह रहा है।

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ग्राहकों से पता चला ठगी होने का

एसीपी आदित्य पूनियां ने बताया कि मालवीय नगर स्थित एक बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर आरोपी सरगना प्रमोद ने स्मार्ट डिजिटल सेवा केन्द्र नाम से कॉल सेंटर खोल रखा था। उन्होंने बताया कि एक अक्टूबर को आरोपी प्रमोद और उसके अन्य साथियों की ओर से जन सेवा केन्द्र (आधार कार्ड, पेन कार्ड, बिजली, पानी, मोबाइल के बिल जमा करने सहित अन्य) सारी सेवाओं का केन्द्र (एजेंसी) खुलवाने के नाम पर लोगों से ठगी करने की सूचना मिली। इस पर दबिश दी गई और कॉल सेंटर पर मिले कंप्यूटरों में उनसे एजेंसी लेने वाले 400 ग्राहकों की सूची मिली। ग्राहकों से संपर्क किया गया तो उनसे ठगी होने का पता चला।

एक-दो माह में जगह बदलकर खोलते कॉल सेंटर

आदित्य पूनियां ने बताया कि आरोपी प्रमोद ने डेढ़ माह पहले ही यहां पर कॉल सेंटर खोला था। इससे पहले उसने अपेक्स सर्कल पर कॉल सेंटर खोला था। आरोपी एक स्थान पर एक से दो माह तक ही कॉल सेंटर खोलता और लोगों से ठगी करने के बाद जगह बदल लेता। आरोपी ने शहर के कई स्थानों पर कॉल सेंटर खोलकर ठगी की वारदात की है। इस संबंध में आरोपी से पूछताछ की जा रही है। गिरफ्तार सभी आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच की जा रही है।

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सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर करते ठगी

थानाधिकारी विनोद सांखला ने बताया कि आरोपी सोशल मीडिया पर खुद का विज्ञापन डालते और फिर लोगों से ऑनलाइन ही पैसे जमा करवा लेते थे। कॉल सेंटर से सात मोबाइल, 16 कंप्यूटर मॉनिटर, एक लैपटॉप सहित अन्य सामान जब्त किया गया है।

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