आज के समय में मोबाइल फोन हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। इसके बिना अब एक दिन भी रहना मुश्किल हो गया है। इसका इस्तेमाल न केवल बात करने के लिए किया जाता है, बल्कि अन्य उद्देश्यों के लिए भी किया जा रहा है। एआइ, मशीन लर्निंग क्षमता जैसे एडवांस्ड फीचर मोबाइल के अंदर आ रहे हैं। साथ ही मोबाइल की कीमतें भी बढ़ रही हैं। इसलिए इसे सिक्योर रखना बहुत जरूरी हो गया है। सुरक्षा के लिए अपने मोबाइल फोन का इंश्योरेंस भी करवाया जा सकता है।
क्यों है जरूरी
मोबाइल इंश्योरेंस प्लान चोरी के अलावा, सॉफ्टवेयर से संबंधित नुकसान और अन्य हार्डवेयर संबंधी समस्याओं को भी कवर करता है। फोन के गिर जाने पर हुए नुकसान, फोन में लिक्विड से होने वाले नुकसान, स्क्रीन को हुए नुकसान के साथ बहुत- सी परिस्थितियों को भी कवर मिलता है।
क्यों खरीदें यह इंश्योरेंस
मोबाइल के चोरी हो जाने पर डेटा खोने के साथ वित्तीय बोझ बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए मोबाइल इंश्योरेंस बहुत जरूरी है। मोबाइल टूटने पर भी रिपेयरिंग का खर्च कवर होता है।
स्मार्टफोन टूटने के साथ ही उसे लिक्विड डैमेज से बचाना भी जरूरी है। पानी, नमी और आद्र्रता के कारण भी फोन खराब हो जाता है। मोबाइल इंश्योरेंस इस स्थिति में कवर देता है।
कीमती मोबाइल फोन को रिपेयर करवाना महंगा पड़ता है। ऐसे में इनके लिए इंश्योरेंस करवाते हैं तो यह इंश्योरेंस रिपेयरिंग संबंधी इन खर्चों से बचाता है।
वारंटी पीरियड में भी फोन खो जाने पर उसका मुआवजा नहीं मिलता है। लेकिन मोबाइल इंश्योरेंस लेते हैं तो पूरा मुआवजा मिलता है।
लेना नहीं है अनिवार्य : इंश्योरेंस लेना अनिवार्य नहीं है। लेकिन इंश्योरेंस लेते हैं तो यह सेफगार्ड का काम करता है। मोबाइल इंश्योरेंस लेना एक स्मार्ट च्वाइस है।
कवरेज में क्या-क्या
चोरी हुआ मोबाइल
फोन डैमेज
लिक्विड डैमेज
टेक्निकल समस्या
स्क्रीन डैमेज
आग लग जाने पर भी
क्या नहीं होता कवर
मोबाइल खोने की सही जानकारी न होना।
मोबाइल को जानबूझकर क्षति पहुंचाई गई हो।
कोई दूसरा व्यक्ति मोबाइल का इस्तेमाल कर रहा हो
पहले से कोई खराबी हो
मिलती है ये सुविधाएं
कई इंश्योरेंस में मोबाइल रिपेयर के लिए डोरस्टेप पिकअप और ड्रॉप फैसिलिटी भी उपलब्ध है।
ग्राहक को कैशलेस प्रोसेस की भी सुविधा मिलती है। कुछ इंश्योरेंस कंपनियां नो-क्लेम बोनस की सुविधा भी देती हैं।