मत्स्य विवि: तीन माह से यूजी-पीजी के 7 हजार विद्यार्थियों का पुनर्मूल्यांकन परिणाम अटका

यूजी के छात्र-छात्राएं पीजी में दाखिला लेने से वंचित रहे

राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने वाले अंडर ग्रेजुएट (यूजी) और पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) के सात हजार विद्यार्थियों को पिछले तीन माह से पुनर्मूल्यांकन परिणाम जारी होने का इंतजार है। अब तक विश्वविद्यालय प्रशासन ने परिणाम जारी नहीं किया है। ऐसे यूजी के विद्यार्थी पीजी में दाखिला लेने से वंचित रह गए हैं।

इसमें यूजी के प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष के 5 हजार विद्यार्थी हैं, जो अभी भी परिणाम आने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं, बताया जाता है कि विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से बीकॉम तृतीय वर्ष का मुय परिणाम 26 जून को, बीएससी का 11 जुलाई और बीए का 16 जुलाई को जारी किया गया था। विश्वविद्यालय करीब 90 दिनों में भी पुनर्मूल्यांकन परिणाम जारी नहीं कर सकी है।

पीजी के सभी कोर्स का अटका परिणामएक वर्ष हो सकता है खराब: एमए, एमएससी और अन्य कोर्सों का अभी तक पुनर्मूल्यांकन परिणाम जारी नहीं किया गया है, ऐसे में पीजी के दो हजार विद्यार्थियों का परिणाम अटका हुआ है। विद्यार्थियों का कहना है कि पुनर्मूल्यांकन परिणाम के बाद जो विद्यार्थी सप्लीमेंट्री आएंगे वे कब परीक्षाओं के लिए आवेदन करेंगे और कब तक परीक्षाएं होंगी। इनका रिजल्ट कब तक आएगा। इतने में पूरा सत्र ही गुजर जाएगा। इन बातों को लेकर पीजी के सभी विद्यार्थी परेशान हैं।

ऑनलाइन कॉपी जांच सिस्टम फेल

विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से सभी विद्यार्थियों की कॉपी ऑनलाइन जांचने की अच्छी पहल की, लेकिन यह सिस्टम फेल होने लगा है। ऑनलाइन कॉपियों की जांच होने के बाद भी परिणाम समय पर जारी नहीं किया गया है। हालांकि विवि प्रशासन परिणाम जारी करने के लिए तैयारी कर रहा है। मत्स्य विश्वविद्यालय के कुल सचिव प्रथम डॉ. आशुतोष ने बताया कि परीक्षा की कॉपियों को ऑनलाइन माध्यम से मूल्यांकन किया जा रहा है। यूजी और पीजी पुनर्मूल्यांकन परिणाम जल्द ही घोषित कर दिया जाएगा।

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