पीडब्ल्यूडी के एक बड़े अधिकारी को हनीट्रैप में फंसाकर 10 लाख रुपए की वसूली करने के मामले में शिप्रापथ थाना पुलिस ने पिता-पुत्र को गिरफ्तार किया है। इस मामले में एक युवती समेत तीन अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस के अनुसार, आरोपी वर्ष 2018 से अब तक पीडि़त अधिकारी से 10 लाख रुपए वसूल चुके थे। अब और रुपयों की मांग कर रहे थे। पीडि़त ने पुलिस अधिकारियों के पास पहुंच कर कहा कि बचा लो… इतना परेशान हो गया हूं कि आत्महत्या कर लूं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने 17 सितंबर को शिप्रापथ थाने में मामला दर्ज किया। डीसीपी (साउथ) दिगंत आनंद ने बताया कि 13 दिनों में जांच पूरी कर करौली के दीपपुरा निवासी मस्तराम मीना उर्फ भूरा और उसके पिता शेर सिंह मीना को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में शेर सिंह की बेटी नरेन्द्र कुमारी उर्फ नरसो, धर्मराज मीना और एक अन्य आरोपी की तलाश जारी है।
कमरे में जबरन बंद कर फोटो खींचे
थानाधिकारी अमित शर्मा ने बताया कि पीडि़त अधिकारी की वर्ष 2011 में करौली में शेर सिंह मीना के परिवार से जान-पहचान हुई थी। 2018 में शेर सिंह की बेटी नरेन्द्र कुमारी ने पीडि़त को फोन कर जगतपुरा बुलाया। वहां पहुंचने पर आरोपी शेर सिंह, मस्तराम और धर्मराज ने पीडि़त को जबरन नरेन्द्र कुमारी के साथ एक कमरे में बंद कर उनकी फोटो खींच ली। इसके बाद उन्हें बदनाम करने और बलात्कार के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर 2 लाख रुपए वसूल लिए। इसके बाद, वर्ष 2021 में फिर से धमकी देकर 3 लाख रुपए और वसूल लिए। इस तरह लगातार धमकियां देकर कुल 10 लाख रुपए वसूलने के बाद भी आरोपी बलात्कार के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दे रहे थे।