चिकित्सा कर्मियों के अभाव में नहीं मिल रहा समय पर उपचार, व्यवस्थाओं में सुधार की दरकार

गोलाकाबास. टहला ब्लॉक के खोह दरीबा गांव स्थित पीएचसी व आयुर्वेदिक औषद्यालय में तकनीशियन, नर्सिंग व चिकित्सक स्टाफ के पद लम्बे अर्से से खाली रहने से ग्रामीणों को समय पर उपचार नहीं मिल रहा है।

खोह दरीबा यूथ क्लब कार्यकर्ता मुकेश कुमार मीणा, प्रकाश चंद, पवन मिश्रा, सियाराम आदि ग्रामीणों ने बताया कि राजकीय आयुर्वेदिक औषद्यालय में कई महीने से चिकित्सक नहीं है। केवल एक कम्पाउण्डर सप्ताह में कभी कभार आता है। औषद्यालय के ताला लगा रहता है। जिसके चलते आयुर्वेदिक इलाज चाहने वाले मरीजों को इलाज व दवा से वंचित होना पड़ता है।

राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी दो चिकित्सक की जगह एक ही चिकित्सक है, जो कई बार राजकार्य के लिए राजगढ़ जाने व निजी अवकाश करने पर चिकित्सालय एक कम्पाउण्डर के भरोसे रहता है तथा पीएचसी में एएनएम, फार्मासिस्ट, टेक्निशियन आदि के पद रिक्त होने से जांच, प्रसव आदि कार्य प्रभावित होते है। इन अव्यवस्थाओं के चलते ग्रामीणों को राजगढ़, अलवर, टहला उपचार के लिए जाना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि समस्या के समाधान के लिए कई बार गुहार लगा चुके, लेकिन स्थिति जस की तस है। इधर बीसीएमओ तथा आयुर्वेद जिला अधिकारी से मोबाइल पर सम्पर्क का प्रयास किया, लेकिन सम्पर्क नहीं हो सका।

उपचार का लाभ नहीं मिल रहा

मामले में ग्राम पंचायत खोह दरीबा सरपंच गीतादेवी कंवर का कहना है कि पीएचसी में एएनम सहित नर्सिंग स्टाफ के पद रिक्त है। राजकीय आयुर्वेदिक औषद्यालय में चिकित्सक कई महीनों से अनुपस्थित चल रही हैं। चिकित्सक के नहीं होने से ग्रामीणों को आयुर्वेद उपचार का लाभ नहीं मिल रहा है।

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