Sawai Madhopur News : सवाई माधोपुर। जिले में इस वर्ष आपदा के रूप में अतिवृष्टि से जहां फसलें खराब हुई। मलारना डूंगर क्षेत्र में सड़कें टूट गई। नदियों के बीच सीमेंटेड सड़क तक बह गई। बिजली के खम्भे, ट्रांसफार्मर और तार भी टूट गए। अब बारिश थम गई है। नदियां शांत है। लेकिन इसके बावजूद आपदा प्रबंधन मंत्री के क्षेत्र में अभी तक राहत कार्य शुरू नहीं हुआ है। बीते दिनों प्रकृति के दिए घावों का दर्द आमजन अभी भी सह रहा है।
भाजपा मंडल अध्यक्ष श्रीचंद सैनी ने बताया कि वह डेढ़ माह पूर्व मायापुर डूंगरी के पास तेज बारिश के दौरान मोरेल नदी में सीमेंटेड सड़क टुकड़ों में बिखर गई थी। अब नदी का पानी भी कम हो गया है, लेकिन प्रशासन ने राहत कार्य शुरू नहीं किया है। किसान और आमजन प्रतिदिन जान जोखिम में डाल नदी पार कर रहे हैं। मायापुर डूंगरी और आनंदपुरा के दर्जनों छात्र-छात्राएं लंबे समय से स्कूल तक नहीं जा पा रही हैं। इस संबंध ने सम्बंधित विभाग के अधिकारियों से भी गुहार लगाई, लेकिन ध्यान नहीं दिया। इसी तरह गुर्जर टापरीन को जाने वाले मार्ग पर भी सीमेंट की सड़क खंडित हो गई।
रामफूल माली ने बताया कि कस्बे में निगोह और मोरेल नदी के संगम समेला के पास बिजली के खम्भे, तार और ट्रांसफार्मर कई दिनों से टूट कर बीच रास्ते में पड़े हैं। यह ट्रांसफार्मर घर-घर नल योजना के तहत नलकूप के बिजली कनेक्शन के लिए लगया गया था।
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अब न तो बिजली निगम इसकी सुध ले रहा है। न ही जलदाय अधिकारी इसे बीच रास्ते से हटा रहे हैं। यहां बिजली के तारों में उलझकर बाइक सवार दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। जफर पटेल ने बताया कि समेला पुलिया से पहले ग्राम पंचायत का सीसी रोड पानी के बहाव से टूट गई। सड़क एक तरफ से टूट कर बहने से गहरी खाई भी हो गई है। इस खाई में गिरने का अंदेशा बना रहता है।
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