जोधपुर.
एयरपोर्ट थाना पुलिस ने गिरफ्तारी वारंट के तहत वांछित एक व्यक्ति की तलाश में विनायकिया गांव स्थित मकान में दबिश दी और आरोपी को पकड़ लिया। लेकिन महिलाएं व अन्य परिजन ने पुलिस से मारपीट कर उन्हें बंधक बना लिया। आरोपी को छुड़ाकर भगा दिया। थाने से आए अतिरिक्त जाब्ते ने हेड कांस्टेबल व दो सिपाहियों को छुड़ाया। पुलिस ने फरार आरोपी की पत्नी व पुत्रवधू सहित तीन जनों को गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार विनायकिया गांव निवासी प्रहलाद सिंह पुत्र गुलाब सिंह के खिलाफ जयपुर द्वितीय में विशिष्ठ न्यायिक मजिस्ट्रेट एनआइए एक्ट-5 ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर रखे हैं। उसके खिलाफ तीन गिरफ्तारी वारंट हैं। उसके अपने मकान में होने की सूचना मिली। हेड कांस्टेबल श्रवणराम के साथ कांस्टेबल धर्माराम व चालक सम्पतराम ने आरोपी के मकान में दबिश दी। सादे वस्त्रों में धर्माराम उसके मकान में पहुंचा तो प्रहलाद सिंह नजर आ गया। उसके इशारे पर वर्दी पहने हेड कांस्टेबल व चालक सम्पतराम भी वहां आ गए।
यह देख प्रहलाद सिंह चिल्लाकर परिजन को बुलाने लगा। साथ ही खुद भागने लगा, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया। तभी उसकी पत्नी आनंद कंवर, पुत्रवधू किरण और अन्य परिजन वहां आ गए। पुलिस से धक्का-मुक्की और गाली गलौच करने लगे। साथ ही पुलिस को बंधक बना लिया। इसका फायदा उठाकर प्रहलाद सिंह भाग गया।
कांस्टेबल ने थाने में दी सूचना
कांस्टेबल धर्माराम ने थाने में फोन कर मामले की जानकारी दी। अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा और पुलिस के तीनों सिपाहियों को मुक्त करवाया। साथ ही मौके से आनंद कंवर, किरण कंवर व यशपाल सिंह को पकड़ लिया। उन्हें थाने लाया गया, जहां कांस्टेबल धर्माराम ने प्रहलाद सिंह, उसकी पत्नी आनंद कंवर, पुत्रवधू किरण कंवर और यशपाल सिंह के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने व मारपीट का मामला दर्ज कराया। आरोप है कि कांस्टेबल का पर्स नीचे गिर गया। जिसे किसी ने चुरा लिया। उसमें एटीएम कार्ड, परिचय पत्र, आधार कार्ड व पेन कार्ड आदि थे।
वारंटी का पता नहीं लगा
जांच कर रहे एएसआइ भंवराराम ने विनायकिया निवासी आनंद कंवर पत्नी प्रहलाद सिंह, किरण कंवर पुत्र लखन सिंह और यशपाल सिंह पुत्र छत्रसिंह को गिरफ्तार किया। तीनों को कोर्ट में पेश करने पर जमानत पर छोड़ा गया। प्रहलाद सिंह का अभी तक पता नहीं लग पाया है।