Jalore News: कोटा में बूंदी के हाड़ा वंश के पूर्व शासक महाराजा सूरजमल की 600 वर्ष पुरानी छतरी को कोटा विकास प्राधिकरण ने अधिकारियों के आदेश पर अपमानजनक तरीके से तोड़कर हटाने पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर भीनमाल में श्री क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन के बैनर तले मुख्यमंत्री के नाम एडीएम दौलतराम चौधरी को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया कि महाराजा सूरजमल की 600 वर्ष पुरानी छतरी को कोटा विकास प्राधिकरण के गैर जिम्मेदार अधिकारियों के आदेश पर प्राधिकरण के कार्मिकों ने स्थानीय निवासियों को विश्वास में लिए बिना प्राचीन धरोहरों को विस्थापित करने के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन न करते हुए अपमानजनक तरीके से जेसीबी चलाकर तहस नहस कर दिया। प्रदेश की उन्नत, ऐतिहासिक धरोहर के प्रति केडीए प्रशासन की आपराधिक मानसिकता का परिचायक है। कोटा विकास प्राधिकरण ने निचले स्तर के कुछ कर्मचारियों को निलंबित कर एवं छतरी निर्माण के लिए अन्यत्र भूमि उपलब्ध करवाने की बात कर इस गंभीर अपराध पर लीपा पोती की जा रही है।
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ज्ञापन सौंपकर महाराजा सूरजमल की छतरी को प्राचीन स्मारकों के विस्थापन के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन न करते हुए सामान्य अतिक्रमण की भांति तोड़ने का अपराध करने वाले व ऐसा करने का आदेश देने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को बर्खास्त कर उनके विरुद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज करने, प्रदेश में 100 वर्ष से अधिक पुराने ऐसे सभी स्मारकों के संरक्षण के लिए एक स्पष्ट नीति निर्धारित करने, महाराजा सूरजमल की उक्त छतरी को उसी स्थान पर पूर्ण सम्मान के साथ उसके उसी स्वरूप में पुन:स्थापित करने, नवनिर्मित होने वाले हवाई अड्डे का नामकरण महाराजा सूरजमल के नाम से करने की मांग की।
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