अनूपगढ़ .पिछले वर्ष गुलाबी सुंडी की मार से परेशान किसानों का इस सीजन में नरमा से मोह भंग हो गया, यही कारण है किसानों ने इस बार नरमा की बिजान पिछले वर्ष की अपेक्षा आधे से भी कम की हैं। किसानों ने नरमा को छोड़ अन्य फसलों की बिजान की है। सहायक निदेशक कृषि विभाग कार्यलय के अनुसार इस सीजन में पिछले वर्ष की अपेक्षा लगभग 20 फीसदी अधिक मूंग का बिजान हुआ है। मंडी में पिछले कई दिनों से लगातार मूंग की आवक भी हो रही है। लेकिन समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीद अभी तक शुरू नहीं हुई है, जिससे किसान भारी परेशानी में हैं। सरकारी स्तर पर घोषित समर्थन मूल्य 8650 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि खुले बाजार में मूंग की कीमतें फिलहाल 6500 से 7400 रुपये प्रति क्विंटल के बीच चल रही हैं। अभी फिलहाल इस माह में भी मूंग की खरीद शुरू होने की संभावना नहीं लग रही है। किसान मजबूरी में अपनी उपज खुले बाजार में कम दाम पर बेचने को विवश हो रहे हैं।
आवक में आई गिरावट
व्यापार मंडल पूर्व सचिव जसपाल जिंदल ने बताया कि पहले मूंग की आवक लगभग 3000 क्विंटल प्रतिदिन हो रही थी, जो अब घटकर मात्र 1200 क्विंटल रह गई है। जब तक सरकार की तरफ से खरीद शुरू की जाएगी, किसान अपनी मूंग 80 प्रतिशत से अधिक मूंग की फसल बेच चुका होगा।किसान समर्थन मूल्य पर खरीद की प्रतीक्षा कर रहे है, लेकिन खरीद प्रक्रिया में हो रही देरी के कारण किसानों की उम्मीदें टूट रही हैं।
किसान हो रहे आर्थिक नुकसान का शिकार
भारतीय किसान संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष जसवंत सिंह चंदी ने कहा कि अगर सरकार समय पर समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू करती, तो उन्हें अपनी उपज का सही मूल्य मिल सकता था। लेकिन अब जब तक खरीद प्रक्रिया शुरू होगी, तब तक अधिकांश किसान अपनी फसल कम कीमत पर बेचने के लिए मजबूर हो जाएंगे, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। किसान संगठनों ने सरकार से अपील की है कि वह जल्द से जल्द समर्थन मूल्य पर खरीद की प्रक्रिया शुरू करे ताकि किसान अपनी उपज सही दाम पर बेच सकें।